देखो जो गौर से
चेहरे के पीछे भी – 2 चेहरा है
सोचो जो गौर से
पर्दे के पीछे भी – 2 पर्दा है
गहरा गहरा राज़ गहरा बड़ा
किसके दिल में है क्या किसे पता – 2
0000000......
देखो जो गौर से
चेहरे के पीछे भी – 2 चेहरा है
सोचो जो गौर से
पर्दे के पीछे भी – 2 पर्दा है
गहरा गहरा राज़ गहरा बड़ा
किसके दिल में है क्या किसे पता – 2
000000.......
डूबा कोई सोच में, कोई धन दौलत से यहाँ मगरूर है
कोई फसाँ चाल में, कोई तो शोहरत से यहाँ मश्हूर है
जुदा सबकी मज़िले, जुदा सबकी राहें
जुदा सबकी चाहतें जुदा
गहरा गहरा राज़ गहरा बड़ा
किसके दिल में है क्या किसे पता – 2
0000000.....
टूटा नशा प्यार का, झिलमिल शमाँ जो जल रही बेनूर है
झूठा यकीन यार का, लोगों ज़माने का यही दस्तूर है
ज़रा सी है बेअसर दिलों की आहें, वफा में भी तो है ज़फा
गहरा गहरा राज़ गहरा बड़ा
किसके दिल में है क्या किसे पता – 2
16 टिप्पणियां:
ji bilkul sahi kaha ab ye likhte huye apke dil me kya hai hame kya pata achhi rachna hai
बहुत सही गीत चुना है। बहुत कुछ कहता है।
सटीक गीत...वाह...
नीरज
नहले पे दहला !
किसके दिल में है क्या किसे पता
किससे मिल के कैसे ये करें पता
जितना कम कहा उतना ही ज्यादा कहा.
Very very True Minaxi ji
बहुत सही गीत चुना आपने :) बढ़िया लगा
sach kisi ke dil me kya hai koi nhi jan skta keval anuman lga skte hai .
parde ki aatm ktha mere blog par pdhiyega .
जी मीनाक्शी गीत सही है किसी के दिल की तो बात क्या जाने अपनोँ क़ॆ साथ रहते हुए भी हम उनके मन की तह तक पहुँच नही पाते .हर लम्हा एक़ हैरानी ले कर आता है इसी का नाम जिन्दगी है.
मीनाक्शीजी मैँ ही अनौनिमस हूँ नौवॆ कमेंट मे.....दीपा
ये सही गीत निकाला गया है.. :)
और ये टिप्पणी तो फुरसतिया के सिवाय कौन लिख सकता है इतनी लम्बी!!!!!!!!!!!!!!
पर हमारे दिल में आपके लिए ढेर सारी प्रशंसा है, और यह आपको ही नहीं अब सबको पता है।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
अहा !
वाह! वाह!
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