आजकल हम दिल्ली में हैं.....दुबई से चलते हुए मन में कई मंसूबे बाँधे थे कि भारत भ्रमण के बहाने ब्लॉगजगत की परिक्रमा ज़रूर करेंगे लेकिन यहाँ आकर दिन में तारे नज़र आने लगे... सबसे पहले तो एयरपोर्ट पर उतरते ही प्रीपेड टैक्सी के काउंटर पर ही मज़ेदार अनुभव हो गया... बात बहुत छोटी सी थी लेकिन माँ की डाँट ने सोचने पर लाचार कर दिया कि शायद गलती हो गई... एयरपोर्ट से वसंत कुंज के लिए 165 रुपए की रसीद काट कर 170 रुपए लेने वाले साहब से हमने 5 रुपए वापिस क्यों नही लिए .... सिस्टम को खराब करने का ज़िम्मेदार ठहरा दिया गया...
घर के गेट के आगे पड़ोसी पानी के पाइप से खूब देर तक अपनी कार को स्नान कराते हैं,,,पिछवाड़े में पानी की टंकियाँ ओवर फ्लो होती दिखती हैं जिन्हें देखकर कुछ कह न पाने की विकलता का बयान कैसे करें नहीं जानते...
पूरे देश में बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जिसे हम चुपचाप देख सुन रहे हैं लेकिन कुछ न कर पाने की पीड़ा भी झेल रहे हैं..... किसी इंसान को अपने पालतू कुत्ते के साथ टहलते देखते ही मन में एक एहसास जागने लगता है कि काश अपने कुत्ते से प्यार करने वाला इंसान अपने आस पास के इंसानों को भी इतना ही प्यार दे पाता....
निराश होने की बजाय आशा का दीप जलाया जाए तो प्रकाश होगा ही... प्रेम, विश्वास और भाईचारे के भाव दिखने लगते हैं..... एक ड्राइवर लम्बे रास्ते से ले जाकर कि.मी. बढाकर पैसा ऐंठने की सोचता है तो दूसरा परिवार के सदस्य की तरह से हर तरह की मदद करने को तैयार दिखता है....
इसी प्यार और विश्वास ने बेटे वरुण को एक हकीम साहब के पास जाने को तैयार कर दिया... सालों से अंग्रेज़ी दवा लेने के बाद जड़ी बूटियों की दवा लेना आसान नहीं था... प्रेम और विश्वास चमत्कार कर देते हैं.... पिछले 4-5 दिन से बिना पेनकिलर लिए वरुण हैरान और परेशान है ... हमें आशा की एक किरण दिखाई देने लगी है कि अपने चमत्कारी देश का चमत्कार ज़रूर दिखाई देगा...
18 टिप्पणियां:
वेलकम टू इंडिया ! ऐसा ही है अपना भारत.
वरुन के लिए शुभकामनाएँ....मुंबई का फेरा नहीं लगेगा क्या
कब तक है इंडिया में..मैं १८ नवम्बर को पहुँच जाऊँगा...जरा ईमेल में फोन नम्बर भेजो.
इंडिया में आपका स्वागत है। भगवान करे , आपको यहां चमतकार दिखार्ह दे और बेटा बिल्कुल ठीक हो जाए।
भारत में आप का स्वागत है। यहाँ बहुत सी बातें ऐसी मिलेंगी जिन्हें देख कर सिर्फ कुढ़ा जा सकता है। लेकिन आप ऐसा न करें, वर्ना भारत आने का आनंद समाप्त हो जाएगा।
पुराने हकीमों और वैद्यों के पास लाइलाज बीमारियों को दूर करने और उन में तकलीफ को कम करने के अनेक नुस्खे हैं। जरूर वरुण को उन का लाभ मिलेगा।
दिल्ली में हो .मिल लो .:) वरुण को लाभ जरुर होगा ..
बिल्कुल सही है जी। आशा को कस कर भींच कर पकड़े रखना चाहिये। इतने कस कर कि सपने में भी वह न छूट पाये।
इश्वर से प्रार्थना है की वरुण को लेकर आपका विशवास सच साबित हो....अच्छा लगा आप अपने देश में है सुनकर ,इस देश को अभी बदलने में वक़्त लगेगा .वरुण को मेरा स्नेह दीजियेगा
aapko padhkar acchha lag raha hai DI
वरुण के स्वास्थ्य लाभ के लिए शुभकामनाएँ । बचपन में कागज की गेंद सी बनाकर एक हिस्सा काला और एक कोरा छोड़ देते थे और उंगलियाँ डालकर हिलाने पर कभी काला तो कभी सफेद नजर आता था । कुछ वैसा ही हाल समाज और जीवन का भी है, कहीं धूप कहीं छाँव, कहीं घृणा तो कहीं प्यार !
घुघूती बासूती
बच्चे वरुण के स्वास्थ्य के लिये मंगलकामनायें। दुआयें।
आप सबका स्नेह पाकर मन प्रसन्न हो गया..
@बोधि जी,,अवसर मिला तो ज़रूर बम्बई आएँगे..
दिल्ली में तो हम "मान न मान मै तेरा मेहमान" बन कर सबसे मिलने की कोशिश करेगे ही.... :)
अपने देश में आपका स्वागत है | यहाँ दोनों ही पक्ष आपको दिखेंगे | अच्छा भी बुरा भी | अब यह आपको हुए अनुभवों पर निर्भर करेगा की आप किस पक्ष को तरजीह देती हैं |
meenakshi di ,
mai vinti karungi eeshwar se.......aapki saari manokaamnayen purna karen wen............
are di..maine lko nimantran ke sath varun ko shubhkamana di thi shayad pahu.nchi nahi.....! khair LKO bhiaane ka prayas kariyega aur Varun ko sneh aur shubhkamanae.n pahu.ncha dijiyega
likhati rahen aaj na kal logon par isaka prabhaw awashya padega.
वरुण के स्वास्थ्य लाभ के लिए शुभकामनाएँ ।
शुभकामनाएँ वरुन के लिए....
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