"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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बुधवार, 5 जून 2013
रिक्शावाला और उसकी लाड़ली
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मोबाइल से खींची गईं तस्वीरें पिछले साल के कुछ यादगार पल..2012 मार्च की बात है, देर रात निकले मैट्रो स्टेशन के नीचे के स्टोर से दू...
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मंगलवार, 25 मई 2010
बेबसी, छटपटाहट और गहरा दर्द
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आज शाम भारत से एक फोन आया जिसने अन्दर तक हिला दिया. उम्मीद नहीं थी कि अपने ही परिवार के कुछ करीबी रिश्ते इस मोड़ पर आ जाएँगे जहाँ दर्द ही दर...
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रविवार, 2 मई 2010
एक घर की कहानी ऐसी भी
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सुमन दमकते सूरज को देखती तो कभी कार के खराब ऐ.सी को कोसती....आज कई दिनों बाद निकले सूरज देवता जैसे अपनी मौजूदगी का एहसास कराने की...
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रविवार, 2 दिसंबर 2007
कल और आज
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कल माँ की सुन पुकार मैं उठ जाती चूल्हा सुलगाती भात बनाती ताप से मुख पर रक्तिम आभा छाती मुस्कान से सबका मन मैं लुभाती ! माँ की मीठी ...
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बुधवार, 12 सितंबर 2007
खिलने दो खुशबू पहचानो
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खिलने दो, खुशबू पहचानो महकी बगिया कहती है सबसे न तोड़ो, खिल जाने दो इस जग में पहचान बनाने दो। खिलती कलियों की मुस्कान को जानो आकाश को छूते उ...
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