"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
मेरे ब्लॉग
(यहां ले जाएं ...)
हिन्दी सागर
Living Life in Lens
▼
छंदमुक्त
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
छंदमुक्त
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 18 नवंबर 2025
डाक बक्सा ( To Letter Box)
›
To Letter Box तेरा लाल रंग कहीं पीला पड़ा तो कहीं काला और बदरंग हुआ और तू खाली खाली वीरान सा खामोश खड़ा शायद सोचता होगा एक दिन कोई तो ...
5 टिप्पणियां:
सोमवार, 18 मई 2020
ताउम्र भटकना
›
आज भी माँ कहती है- “बेटी, कल्पनालोक में विचरण करना छोड़ दे, क्रियाशील हो जा, ज़िन्दगी और भी खूबसूरत दिखेगी” और मैं हमेशा की तरह सच्चे...
6 टिप्पणियां:
शुक्रवार, 27 जनवरी 2017
सीमा का रखवाला
›
बादल, बिजली, बारिश घनघोर और महफ़ूज़ घरों में हम सैनिक डटे सीमाओं पर हर पल रखवाली में व्यस्त रखवाली में व्यस्त, कभी ना होते पस्त दुश...
1 टिप्पणी:
मंगलवार, 21 जून 2016
प्रेम - Unconditional
›
सागर की लहरों से बतियाती रेत पर लकीरें खींचती पीठ करके बैठी कोस रही थी चिलचिलाती धूप को सूरज की तीखी किरणें तीलियों सी चुभ रहीं थी...
2 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें