"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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बुधवार, 17 सितंबर 2014
उतरते सूरज की कहानी...
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हर शाम जाते सूरज की बाँहों से किरणें मचल कर निकल जातीं... नन्हीं रंगबिरंगी सुनहरी किरणें बादलों के आँचल से लिपट जातीं... ...
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शनिवार, 20 अप्रैल 2013
सूरज और पौधे
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सूरज आसमान से नीचे उतरा धरती के आग़ोश में दुबका ध्यान-मग्न पौधों का ध्यान-भंग करता हवा के संग मिल साँसे गर्म छ...
6 टिप्पणियां:
शनिवार, 28 मार्च 2009
कुछ मेरी कलम से भी ......
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उम्र.... कोरे काग़ज़ जैसी कभी हरकत करती उंगलियों सी कभी काँपती कलम सी ..!! उम्र ..... खाली प्याले सी कभी लबालब झलकती सी कभी आखिरी बूँद को तरसत...
19 टिप्पणियां:
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