"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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रविवार, 4 नवंबर 2007
दुनिया एक किताबखाना
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दुनिया एक किताबखाना है , हर शख्स यहाँ बेनाम किताब है किताबों की इस दुनिया में , दाना भी हैं औ' अनपढ़ बेहिसाब हैं !! जिल्द देख कर कभी ...
8 टिप्पणियां:
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