"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
मेरे ब्लॉग
(यहां ले जाएं ...)
हिन्दी सागर
Living Life in Lens
▼
सीख
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
सीख
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
बुधवार, 19 नवंबर 2025
करनी का फल ( धंवंतरि)
›
नगर के बाहर जंगल था. उसी जंगल में एक भयानक राक्षस रहता था. लोग उस राक्षस के डर के कारण दूसरे नगर या गाँव में नहीं जा सकते थे. एक बार एक अंजा...
सोमवार, 23 मई 2011
सीख जो दीनी वानरा , तो घर बया को जाए.... !
›
मम्मी एक कहानी सुनाया करती थी , बया और बन्दर की... बचपन में ही नहीं.... किशोर हुए तब भी ...फिर यौवन की दहलीज पर पाँव पड़े तो भी वही कहानी....
6 टिप्पणियां:
गुरुवार, 6 सितंबर 2007
"विद्यार्थी आदर्श कहाएँ"
›
जीवन को हम सफल बनाएँ सीधे सच्चे इसाँ बन जाएँ विद्यार्थी आदर्श कहाएँ उन्नति पथ पर बढ़ते जाएँ।। अनुशासन के नियम निभाएँ सदाचार को लक्ष...
1 टिप्पणी:
हरी भरी दूब
›
हरी-हरी दूब पर इधर-उधर भागते बच्चों को कभी देखती तो कभी व्यास नदी के किनारे छप-छप करते नन्हीं-नन्हीं हथेलियों से एक-दूसरे पर पानी उछालते बच्...
3 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें