"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
मेरे ब्लॉग
(यहां ले जाएं ...)
हिन्दी सागर
Living Life in Lens
▼
युद्ध की आग
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
युद्ध की आग
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
बुधवार, 29 मई 2013
युद्ध की आग
›
आज जब चारों ओर इंसान इंसान को हैवान बन कर निगलते देखती हूँ तो बरबस इस कविता की याद आ जाती है जो शायद सन 2000 से भी पहले की लिखी हुई है ज...
2 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें