"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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शनिवार, 14 मई 2011
आज के दिन एक फूल खिला ...
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हमारे घर के आँगन में खिले दो फूल आज बड़े बेटे वरुण का जन्मदिन है.....सुबह सुबह विजय सोए हुए वरुण के माथे पर हाथ फेर कर निकल गए ऑफिस के...
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मंगलवार, 8 जून 2010
मन ही मन वे बिखर रहे थे....!
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एक था मुन्ना , एक थी नन्हीं नट्खट मुन्ना, चंचल नन्हीं भाई बहन में कभी न बनती सुबह शाम झगड़े में कटती नए नए खिलौने आते मुन्ने को फिर भी न भा...
23 टिप्पणियां:
बुधवार, 28 अप्रैल 2010
हम बुरा ही क्यों सोचते हैं.....!
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ऑफिस के लिए विजय निकले ही थे कि इधर दुबई वाला मोबाइल बज उठा, सालिक का सन्देश था जिसमें टॉलगेट पार करने के लिए अब एक भी दहरम नहीं बचा था. वहा...
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