"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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हिन्दी सागर
Living Life in Lens
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बुधवार, 9 सितंबर 2015
यह 'नोटिस' क्या हो सकता है ?
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नहीं जानती कि क्यों वक्त बेवक्त ब्लॉग़ पर आना हो पाता है ..चाह कर , सोच सोच कर भी न आने का कोई खास कारण नहीं है लेकिन ज़िन्दगी बेतरतीब सी ह...
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मंगलवार, 30 सितंबर 2014
भूला बिसरा ब्लॉग़ - बुनो कहानी 2
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अपराध बोध : अध्याय 1 : भयानक रातें द्वारा तरुण रा त का अंधेरा चारों ओर फैला हुआ था, रात के सन्नाटे को चीरती किसी...
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बुधवार, 24 सितंबर 2014
भूला बिसरा ब्लॉग़ - बुनो कहानी (1)
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कारे कजरारे : अध्याय १ : परिवर्तन द्वारा शशि सिंह स्वाति फिर से अपने कमरे में गुमसुम-सी बैठी थी। उसकी मां रं...
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बुधवार, 17 सितंबर 2014
उतरते सूरज की कहानी...
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हर शाम जाते सूरज की बाँहों से किरणें मचल कर निकल जातीं... नन्हीं रंगबिरंगी सुनहरी किरणें बादलों के आँचल से लिपट जातीं... ...
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शुक्रवार, 5 सितंबर 2014
बच्चों के सुनहरे भविष्य की आस
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सन 2007 का शिक्षक दिवस नहीं भूलता , उसी दिन त्यागपत्र देकर अपने प्रिय शिष्यों से अलविदा ली थी , यह कह कर कि जल्दी लौटूँगी लेकिन वह दिन नहीं...
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गुरुवार, 4 सितंबर 2014
धुआँ उड़ाती उम्र
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रविवार, 24 अगस्त 2014
फूल और पत्थर
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मेरे घर के गमले में खुश्बूदार फूल खिला है सफ़ेद शांति धारण किए कोमल रूप से मोहता मुझे .... छोटे-बड़े पत्थर भी सजे हैं सख्...
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