"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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हिन्दी सागर
Living Life in Lens
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गुरुवार, 23 मई 2013
अपनी सोच को पिंजरे में बंद रखना !
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अक्सर सोचती हूँ कि सोचूँ नहीं ..सोचों को मन के पिंजरे में कैद रखूँ लेकिन फिर भी कहीं न कहीं से किसी न किसी तरीके से वे कभी न कभी बाहर आ ह...
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बुधवार, 22 मई 2013
बैठे बैठे सूझा कुछ नया ....
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अपने ब्लॉग पर इधर उधर विचरते हुए सन 2011 की अंतिम पोस्ट ' कीबोर्ड पर थिरकती उंगलियाँ' को दुबारा पढते हुए अचानक मन में ख्याल आया क...
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शनिवार, 18 मई 2013
सुधा की कहानी उसकी ज़ुबानी (4)
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चित्र गूगल के सौजन्य से सुधा अपने आप को अपनों में भी अकेला महसूस करती ...
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गुरुवार, 9 मई 2013
सुधा की कहानी उसकी ज़ुबानी (3)
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(चित्र गूगल के सौजन्य से) सुधा अपने आप को अपनों में भी अकेला महसूस क...
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शनिवार, 4 मई 2013
सुधा की कहानी उसकी ज़ुबानी (2)
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(चित्र गूगल के सौजन्य से) सुधा अपने आप को अपनों में भी अकेला महसूस करती है इसलिए अपने परिचय को बेनामी के अँधेरों में छिपा रहने देना...
7 टिप्पणियां:
बुधवार, 1 मई 2013
सुधा की कहानी उसकी ज़ुबानी
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(चित्र गूगल के सौजन्य से) सुधा अपने आप को अपनों में भी अकेला महसूस करती है इसलिए अपने परिचय को बेनामी के अँधेरों में छिपा रहने देना च...
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शुक्रवार, 26 अप्रैल 2013
लघु कथा - महिला सम्मान
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तेज़ बुख़ार में तपती मुन्नी निशा की गोद से उतरती ही न थी... दो दिन से मुन्नी बीमार है लेकिन रमन के पास वक्त ही नहीं है उसे अस्पताल ले जान...
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