"प्रेम ही सत्य है"
"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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Living Life in Lens
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रविवार, 29 जून 2008
सागर में डूबता सूरज ...
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सागर में डूबते सूरज को वसुधा ने अपनी उंगली से आकाश के माथे पर सजा दिया... साँवला सलोना रूप और निखार दिया यह देख दिशाएँ मन्द मन्द मुस्काने लग...
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बुधवार, 25 जून 2008
हमारे नन्हे मुन्ने दोस्त......
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हम यहाँ दमाम में और हमारे नन्हे मुन्ने दोस्त दुबई में.. अर्बुदा का फोन आया कि बच्चे हर रोज़ स्कूल से आते जाते हमारे दरवाज़े की ओर नज़र भर...
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शनिवार, 21 जून 2008
चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा
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घर की सफाई और सफर की तैयारी में लगे हैं.. अपनी पेकिंग करते करते अज़ीज़ नाजा की एक कव्वाली सुन रहें हैं... जो हमें बहुत अच्छी लगती है .... दर...
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मंगलवार, 17 जून 2008
बंद कमरे की एक छोटी सी खिड़की ...!
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कई दिनों से दमाम में हूँ , दोनों बेटे और हम घर में रहते हैं...नया शहर होने के कारण कोई मित्र भी नही... हाँ पति के सहकर्मी बार बार कहते हैं ...
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शनिवार, 14 जून 2008
जैसा देश वैसा भेष
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साउदी अरब में अब तक के गुज़रे सालों का हिसाब किताब करने लगूँ तो लगेगा कि खोया कम ही है ... पाया ज्यादा है ... बहुत कुछ...
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मंगलवार, 10 जून 2008
तस्वीरों का सफर ... !
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दमाम से कुछ दूरी पर देहरान में एक नया मॉल खुला. शाम को जब तक पहुँचते सला का वक्त हो गया था... सो हमने विंडो शौपिंग का ही सबसे पहले आनंद लिया...
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रविवार, 8 जून 2008
आभासी दुनिया में नाई की दुकान खुली है ....
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हम जहाँ हैं वहाँ शौहर या शौफर ही बाहर ले जा सकते है.... दोनो बेटों को बारबर शॉप ले जाने की बात हुई तो विद्युत ने हमें लैप टॉप के सामने बिठा...
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